देखकर तुम्हारे ज़ख्मो को कुछ और ही एहसास होता है
खुशियो से मिटा दे गम कोई जादूगर वो लगता है
चेहरे - चेहरे में मेल नही चेहरे पे छुपा चेहरा है कई
असली चेहरा फिर दिखला दे कोई जादूगर वो लगता है
वफ़ा की बात मत कर यहाँ रुसवाईयों के पर निकले है
प्यार को फिर भी खुदा माने कोई जादूगर वो लगता है
जीवन के अनगिनत हादसों में जब हादसा ही बचा रहा
फिर भी दिखलाये मंजिल नए कोई जादूगर वो लगता है
लोग तो चले है अकेले ही राह भी तन्हा तन्हा है
तन्हाई को हमसफ़र बना दे कोई जादूगर वो लगता है
दिलजलों की इस बस्ती में दिलवालों की कोई बात नही
दिल जलाकर दिल को रोशन करे कोई जादूगर वो लगता है
जल रही हो बस्तिया जब हर हाथ में जलती मशालें है
ऐसे में बारिश की दुआ करे कोई जादूगर वो लगता है
खून के रिश्ते झुट्लाते है नए रिश्तो की बात कौन करे
ऐसे में मेरे तुम्हारे बीच खड़ा कोई जादूगर वो लगता है
सैकत
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें